बारिश-बर्फबारी से जम गई जिंदगी, हिमाचल में दो एनएच समेत 557 सड़कें बंद
शिमला। हिमाचल में बारिश व बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। एक सप्ताह से जारी बारिश और बर्फबारी ने शिमला, किन्नौर, लाहुल, पांगी, भरमौर को बुरी तरह प्रभावित किया है। प्रदेश में दो एनएच समेत 557 सड़कें बंद पड़ गई हैं। 1757 ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं, वहीं 124 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। राजधानी शिमला में शनिवार रात से शुरू हुई बर्फबारी रविवार शाम खबर लिखे जाने तक जारी थी। शिमला सहित प्रदेश के नौ जिलों में भारी बर्फबारी हो रही है। शिमला, चंबा, कुल्लू, सिरमौर, मंडी, किन्नौर, लाहुल-स्पीति, कांगड़ा के ऊचें क्षेत्रों, बड़ा भंगाल तथा सोलन के चायल में बर्फबारी दर्ज की गई है। प्रदेश की चोटियां बर्फबारी से लकदक हो गई हंै। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुफरी व खदराला में सबसे ज्यादा 55 संेटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है।इसके अलावा शिलारू में 42, डलहौजी में 30, कल्पा में 22, कोठी में 20, चौपाल, शिमला और हंसा में 15 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की दैनिक रिपोर्ट के अुनसार रविवार सुबह तक कांगड़ा जिला के बड़ा भंगाल में चार फुट, चंबा जिला के भरमौर व डलहौजी में एक फुट से अधिक, तो सिरमौर जिला के हरिपुरधार में एक फुट बर्फ रिकॉर्ड की गई है। इसी तरह कुल्लू जिला की अटल टनल में 10 इंच, तो लाहुल-स्पीति जिला के सिसु और मंडी जिला की शिकारी माता में छह-छह इंच तक बर्फ गिरी है। पराशर लेक, सोलन जिला के चायल , किन्नौर के कल्पा और गुलाबा में से हर जगह पांच इंच बर्फ रिकार्ड की गई। बीड़ बिलिंग में चार इंच, तो केलांग और शिमला के कुफरी में तीन-तीन इंच बर्फबारी हुई है। बर्फबारी के चलते अटल टनल बंद है, तो वहीं रविवार को तो पर्यटक सोलंगनाला भी नहीं पहुंच पाए। बारिश-बर्फबारी से तापमान में गिरावट आने से पूरा प्रदेश भीषण शीतलहर की चपेट में आ गया है। केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस पांच, कुफरी में -2.8, कल्पा में माइनस दो, शिमला में -0.2 और मनाली में शून्य डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग ने शिमला समेत पर्वतीय इलाकों में आगामी 24 घंटों के दौरान और बर्फबारी की संभावना जताई है। प्रदेश की राजधानी शिमला में साल की दूसरी बर्फबारी हुई है। शहर की सबसे ऊंची चोटी जाखू हिल्स समेत रिज और मॉल रोड सफेद चादर से ढक गए हैं। रविवार को राजधानी की सड़कें, मकानों की छतों और यहां तक कि टहनियों पर भी बर्फ लद गई। जाखू में लगभग एक फुट और शहर में पांच इंच बर्फबारी दर्ज की गई है। शिमला में ताजा हिमपात से सैलानियों के चेहरे खिल गए हैं। वीक एंड पर शिमला पहुंचे सैलानी बर्फबारी के मनमोहक नजारों का लुत्फ उठा रहे हैं। यहां के होटल 80 फीसदी से अधिक भर गए हैं। उधर, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार बर्फबारी की वजह से प्रदेश भर में रविवार को दो नेशनल हाईवे एनएच-5, एचएच-3 और 557 सड़कें बंद रहीं। अकेले शिमला जिला में 209 सड़कें बंद हैं। इसी तरह लाहुल स्पीति में 81, चम्बा में 46, मंडी में 42, किन्नौर में 38, कुल्लू में 31 और सिरमौर में 10 सड़कें बाधित हैं। राज्य के पर्वतीय इलाकों में 1757 ट्रांसफार्मर ठप पड़ने से बिजली आपूर्ति चरमरा गई है। शिमला में सर्वाधिक 706, सिरमौर में 422, चंबा में 273, मंडी में 258, लाहुल-स्पीति में 60, किनौर में 12 और कुल्लू में नौ ट्रांसफार्मर बंद हैं। चंबा, मंडी और लाहुल-स्पीति में 124 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई है। वहीं, हिमाचल में हुई बारिश व बर्फबारी से प्रदेश के किसानों व बागबानों के चेहरे खिल उठे हैं। बर्फबारी से जहां सेब के बागीचों में पर्याप्त नमी पड़ने की संभावना है, तो वहीं तापमान में आई गिरावट से सेब के लिए आवश्यक 1400 के करीब चिलिंग ऑवर पूरे होने की संभावना है। वहीं मैदानी इलाकों में हुई बारिश से नकदी व पारंपरिक फसलों के लिए अच्छी नमी पड़ने के आसार हैं।