माघ मेला क्षेत्र में जप-तप तो होंगे पर नहीं सजेंगे सांस्कृतिक मंच
प्रयागराज। माघ मेला-2022 के सफल आयोजन की तैयारी है। इसे दिव्य और भव्य बनाने की भी कवायद चल रही है। हालांकि कोरोना वायरस के बादल भी माघ मेले पर मंडराने लगे हैं। कोरोना गाइडलाइन के तहत इस बार माघ मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जाएगा। इससे लोगों में मायूसी तो होगी लेकिन कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करने से लोग सुरक्षित भी रह सकेंगे। माघ मेला के लिए गठित मेला सलाहकार समिति की बैठक मेला प्राधिकरण स्थित आइसीसीसी सभागार में जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री की अध्यक्षता में हुई। इसमें मेलाधिकारी शेषमणि पांडेय भी मौजूद रहे। बैठक में माघ मेला क्षेत्र में अमानती सामान घर बनाने का सुझाव आया। इस पर सहमति बनी। वहीं कोरोना को देखते हुए इस बार भी सांस्कृतिक आयोजन न कराने का फैसला किया गया। बैठक में मौजूद अचार्यबाड़ा, दंडीबाडा और अन्य संगठनों के महंतों ने मेले में मूलभूत समस्याओं का मुद्दा जिलाधिकारी के समक्ष उठाया। इस पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया। डीएम ने भूमि आवंटन पर संत समाज को आश्वासन दिया। कहा कि भूमि उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लिया जाएगा। माघ मेले में अलाव, राशन आदि की समुचित व्यवस्था की जाएगी। महिलाओं के लिए घाटों पर चेंजिंग रूम की उचित व्यवस्था कराई जाएगी। कई रैन बसेरा बनाए जाएंगे। मेले में सुरक्षा की उचित व्यवस्था रहेगी। कल्पवास करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा हर-हाल में सुनिश्चित की जाएगी। डीएम ने कहा कि माघ मेले में साफ-सफाई, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं शौचालयों, बायोमोबाइल शौचालय की उचित व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने मेला क्षेत्र में लगातार फागिंग कराने के लिए कहा है। संत समाज और संगठनों के प्रतिनिधियों से अपील की गई कि मेले में आने वाले लोगों से डबल डोज टीके का प्रमाण पत्र व आरटी पीसीआर रिपोर्ट साथ लाने को कहें। मेले में पेयजल, गैस सिलेंडर भी उपलब्ध रहेगा। डीएम ने बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी हालात में पुराने तार, होल्डर इत्यादि न लगाए जाएं। यह सुरक्षा व्यवस्था के लिए खतरा है। जिलाधिकारी ने बताया कि उचित संचार व्यवस्था के लिए अधिक मात्रा में टावर मेला क्षेत्र में लगाए जाएंगे। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शिपू गिरि, एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।