वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत की वैश्विक स्वीकृति को किया रेखांकित

वाशिंगटन। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कल अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वंसतकालीन बैठकों से इतर फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) और यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम द्वारा आयोजित ‘इंडिया डिकेड में निवेश’ विषय पर एक गोलमेज सम्मेलन में भारत की वैश्विक स्वीकृति को रेखांकित किया। वित्त मंत्रालय ट्विट के माध्यम से यह जानकारी देते हुये कहा कि गोलमेज सम्मेलन के दौरान वित्त मंत्री ने ‘नए भारत’ की वैश्विक स्वीकृति की वास्तविकता को रेखांकित किया और कहा कि भारत ‘अमृत काल’ में एक निवेश गंतव्य के रूप में वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में नई भूमिका निभाने के लिए तैयार है। उन्होंने जोर देकर कहा कि दुनिया भर में रीसेट होने की वास्तविकता और कोविड-19 महामारी द्वारा उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद भारत में सुधार में तेजी बनी हुई है। अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने भी इस सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने ट्वीट किया, “भारत के दशक में निवेश – वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, यूएसआईएसपी और फिक्की इंडिया के साथ एक कार्यकारी गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने पर खुशी हुई। इस दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था के परिवर्तन और कंपनियों के लिए अवसरों पर व्यापक चर्चा की गई। सीतारमण ने आम बजट 2023-24 में पेश किये गये कई संरचनात्मक और शासन सुधारों के बारे में भी बताया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ‘अमृत काल’ के दौरान ‘नए भारत’ को वास्तविक रूप से प्राप्त किया जा सके। वित्त मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने इस पर भी प्रकाश डाला कि दुनिया भर के लोगों द्वारा प्रौद्योगिकी और डिजिटलीकरण उपकरणों को अपनाने की दर से भारत इसे दोगुनी गति से अपना रहा है, जिससे उनका जीवन प्रभावी रूप से आसान हो गया है। वित्त मंत्री ने सम्मेलन के प्रतिनिधियों को बताया कि डिजिटलीकरण अभियान में स्थानीय भाषाएं शामिल हैं क्योंकि अधिकांश संवैधानिक भाषाओं की अब भारत के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) प्लेटफॉर्म तक पहुंच है और यह बढ़ रही है, प्रभाव पैदा हो रहे हैं और संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। फिक्की के अध्यक्ष सुभ्रकांत पांडा ने कहा कि उन्हें भारत के विकास की कहानी में बहुत रुचि है। यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम के सीओओ गौरव वर्मा ने कहा कि भारत क्या कर रहा है और किस दिशा में आगे बढ़ रहा है, इस पर व्यवसाय की सकारात्मकता महत्वपूर्ण है।

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