शिमला नगर निगम चुनाव में होगी सूक्खु सरकार की पहली अग्निपरीक्षा

- दस साल से नगर निगम की सत्ता से बाहर है कांग्रेस

शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला के नगर निगम चुनाव का बिगुल बज गया है। नगर निगम चुनाव के लिए मतदान दो मई को होगा, जबकि चुनावी नतीजे चार मई को घोषित होंगे। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले शिमला नगर निगम के चुनाव ही पहले बड़े चुनाव हैं। ऐसे में दोनों प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस हर हाल में जीत हासिल कर अपना दबदबा बनाने का भरसक प्रयास करेंगे।

शिमला नगर निगम में कांग्रेस 10 साल सत्ता से दूर है। भाजपा पिछले पांच सालों में नगर निगम पर काबिज रही है। जबकि 2012 से 2017 तक नगर निगम पर माकपा सत्तारूढ़ थी। खास बात यह है कि इस बार नगर निगम चुनाव पार्टी चिह्न पर होंगे। ऐसे में चार माह पहले हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बाहर कर सत्तासीन हुई कांग्रेस के लिए राजधानी शिमला का यह नगर निगम चुनाव किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगा।

मुख्यमंत्री सुक्खू स्वयं शिमला नगर निगम में दो बार पार्षद रह चुके हैं। शिमला नगर निगम क्षेत्र से सम्बंध रखने वाले सुक्खू सरकार के दो मंत्रियों अनिरुद्ध सिंह और विक्रमदित्य सिंह और शहर के विधायक हरीश जनारथा की साख इस चुनाव में दांव पर होगी। विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण और अनिरुद्ध सिंह कुसुम्पटी के विधायक हैं और इनके हल्कों के कुछ वार्ड नगर निगम में शामिल हैं। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राजधानी में हो रहे ये चुनाव कांग्रेस की दिशा और दशा को तय करेंगे। शिमला नगर निगम के 34 वार्डों में प्रदेश के अलग-अलग वर्ग के मतदाता हैं। उनके इस चुनाव में रहने वाले रुझान से ही लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की रहने वाली स्थिति का संकेत मिलेगा। इस लिहाज से कांग्रेस के लिए यह इम्तिहान है।

यह है चुनाव का कार्यक्रम

राज्य चुनाव आयुक्त अनिल कुमार खाची द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक शिमला में नामांकन की प्रक्रिया 13, 17 और 18 अप्रैल को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक रहेगी। नामांकन पत्रों की जांच 19 अप्रैल को होगी। उम्मीदवार 21 अप्रैल तक अपने नामांकन वापस ले सकते हैं। मतदान 02 मई को प्रातः 08 से शाम 04 बजे तक होगा। मतगणना 04 मई को सुबह 10 बजे निगम मुख्यालय में होगी। नगर निगम चुनाव में 34 में से 17 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी द्वारा जारी आरक्षण रोस्टर के मुताबिक 14 वार्ड महिलाओं, तीन वार्ड अनुसूचित जाति, तीन वार्ड अनुसूचित जाति महिला और 14 वार्ड अनारक्षित (ओपन) रखे गए हैं।

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