बीएसएफ के सीमा सुरक्षा बल के हेड कांस्टेबल समेत पांच अरेस्ट, बीएसएफ के हथियार नक्सलियों के पास मिले

रांची। बीएसएफ में हथियारों में तस्करों ने सेंध लगा दी है। झारखंड पुलिस के एंटी टेररिज्म स्क्वाड ने बीएसएफ के जवानों की मदद से नक्सलियों और गैंगस्टरों को हथियारों की सप्लाई करने के इस खेल का भंडाफोड़ किया है। झारखंड एटीएस ने पांच राज्यों बिहार, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान और मध्य प्रदेश में अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर पांच तस्कर अरेस्ट किए हैं। इनमें पंजाब के फिरोजपुर की बीएसएफ-116 बटालियन का हेड कांस्टेबल कार्तिक बेहरा भी शामिल है। इसके अलावा बिहार के सारण से बीएसएफ-114 बटालियन से स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने वाला अरुण कुमार सिंह, मध्य प्रदेश से कुमार गुरलाल ओचवार, शिवलाल धवन सिंह चौहान, हिरला गुमान सिंह ओचवारे शामिल हैं। अरुण ही इस गिरोह का मास्टरमाइंड है। झारखंड एटीएस के एसपी प्रशांत आनंद और आईजी अभियान एवी होमकर ने गुरुवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी। गिरफ्तार लोगों के पास से नौ हजार राउंड से ज्यादा कारतूस, 14 हाईटेक पिस्टल, 21 मैगजीन सहित कई चीजें बरामद की गई हैं।इस पूरे अभियान में अब तक कुल नौ लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। आईजी अभियान एवी होमकर ने बताया कि इनके नेक्सस का मुख्य केंद्र एमपी और महाराष्ट्र को जोड़ने वाला बॉर्डर है। महाराष्ट्र के बुलढाणा जिला और एमपी के बुरहानपुर जिला में इनका पूरा सेटअप है।

यहां हथियार बनाने की फैक्टरी भी लगा रखी थी। आरोपी यहां हथियार तैयार कर अपने नेटवर्क के माध्यम से अलग-अलग जगहों पर सप्लाई कर रहे थे। आईजी होमकर ने कहा कि यह गिरोह झारखंड सहित पूरे देश में नक्सलियों और संगठित अपराधियों को हथियार की सप्लाई करता था। एटीएस के एसपी प्रशांत आनंद ने बताया कि इस गिरोह का किंगपिन बीएसएफ की 116 बटालियन से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले चुका अरुण कुमार है। एटीएस की टीम ने उसकी निशानदेही पर ही अलग-अलग जगहों से लोगों की गिरफ्तारी की है। इस गिरोह से कई और लिंक मिले हैं। इनके आधार पर देश की दूसरी सुरक्षा एजेंसियां कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं।

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