अमेठी में पीएम नरेन्द्र बोले- भाजपा ना तो ‘पिता एंड संस’ वाली पार्टी है और ना ही होगी
अमेठी । यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस के गढ़ अमेठी में भाजपा के अमेठी, सुलतानपुर तथा रायबरेली के डलमऊ के प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि परिवारवादी पार्टियां हमेशा संविधान का अपमान करती हैं। परिवारवादी पार्टियां हमारी युवा प्रतिभा का नुकसान करती हैं। इसके विपरीत देश में भाजपा ही ऐसी पार्टी है कि जिसका आज कोई एक अध्यक्ष होता है तो कल कोई और होता है। भाजपा पिता एंड संस की प्राइवेट पार्टी नहीं है और ना ही कभी हो सकती है। परिवारवादी राजनीति में पार्टी का अध्यक्ष परिवार का होता है, सभी महत्वपूर्ण पदों पर उसी परिवार के लोग बैठे होते हैं। महत्वपूर्ण पदों पर दावेदारी उसी परिवार के सदस्यों की होती है। परिवारवादी राजनीति से भी देश का बहुत नुकसान होता है। पीएम मोदी ने कहा कि आज भी उनका हर फैसला वोट बैंक की पॉलिटिक्स के हिसाब से ही होता है। ये फैसला अगर देशहित के खिलाफ हो, तो भी ये नेता उस फैसले को लेने में जरा भी नहीं हिचकते। उनकों देश की नहीं वोट बैंक की चिंता रहती है। एक समय था जब इन नेताओं ने वोटबैंक पॉलिटिक्स को, तुष्टिकरण को बढ़ावा दिया, उसे खाद-पानी दिया। आज वोट बैंक की इसी पॉलिटिक्स ने, तुष्टिकरण की इसी राजनीति ने इन नेताओं को अपना बंधक बना लिया है। अब वोट बैंक की पॉलिटिक्स ही उनकी मजबूरी बन गयी है। पीएम मोदी ने कहा कि देश को आजादी मिलने के बाद से कांग्रेस में दिक्कत आना शुरू हुई जब एक ही परिवार ने पार्टी पर कब्जा शुरू कर दिया। पूरे देश में बहुत सारी पार्टियां कांग्रेस को देखकर ये सीख गईं और पूरे लोकतंत्र को दीमक की तरह बहुत बड़ा नुकसान कर दिया। उन्होंने कहा कि यहां यूपी में भी घोर परिवारवादियों ने कांग्रेस कल्चर को ही खुद में पूरा का पूरा उतार लिया है और उसी रंग में रंग गए हैं। बीते कई दशकों से कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी, एक ही परिवार की बंधक बनी हुई है।प्रधानमंत्री ने कहा कि कानून-नियमों का पालन देश का प्रधानमंत्री भी करता है। प्रधानमंत्री की 100 वर्ष आयु की मां भी करती हैं। मेरी मां 100 वर्ष की हैं और उन्होंने भी लाइन नहीं तोड़ी। जब उनका नंबर आया, तब ही उन्होंने वैक्सीन लगवाई। मेरी मां ने बुस्टर डोज अभी नहीं लगवाया, क्योंकि उन्हें कोई बीमारी नहीं है। इसी जगह पर अगर ये परिवारवादी सरकार में होते तो सारी लाइनें तोड़कर खुद सबसे पहले वैक्सीन लगवाते। आप ये भी देखिए मैंने भी वैक्सीन तब लगवाई जब नियम से मेरा नम्बर आया। जब वैक्सीनेशन शुरू हुआ तो मोदी खुद दौड़कर सबसे पहले वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं पहुंच गया। हमने पहले स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को, सफाई कर्मचारियों को, बुजुर्गों को, गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को वैक्सीन लगवाने का मौका दिया। कोविड वैक्सीन ने कोरोना से लडऩे की ताकत हर एक नागरिक में बढ़ा दी है। इसी के कारण देश में आज दुकानें खुली हैं, व्यापार खुला है, स्कूल-कॉलेज खुले हैं। इन परिवारवादियों का वैक्सीन को लेकर जो रवैया रहा है, वो भी पूरे उत्तर प्रदेश, पूरे देश ने देखा है।