नक्सलियों ने धनबाद रेल डिवीजन में ट्रैक उड़ाया, हावड़ा-नई दिल्ली रूट पर 7 घंटे थम गए ट्रेनों के पहिए
धनबाद । झारखंड-बिहार बंद के दाैरान नक्सलियों ने रेलवे को निशाना बनाया है। धनबाद रेल मंडल के चिचाकी और करमाबांध रेलवे स्टेशनों के बीच पोल संख्या 333/16 पर बम विस्फोट कर अप और डाउन पटरी उड़ा दी। इससे हावड़ा और नई दिल्ली रेल रूट पर परिचालन ठप हो गया। रेल पटरी उड़ाये जाने की सूचना मिलते ही पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद रेल मंडल कंट्रोल कार्यालय में खलबली मच गई। तुरंत ट्रेन परिचालन रोक दिया गया। नई दिल्ली-हावड़ा, नई दिल्ली-राजधानी, नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी का मार्ग बदल कर चलाया गया। घटना बुधवार की रात करीब साढ़े 12 बजे के बाद घटी। रेल कंट्रोल को पटरी उड़ाए जाने की सूचना 12.34 बजे मिली। नक्सलियों के बंद के कारण रेलवे अलर्ट मोड में है। गति को नियंत्रित कर ट्रेनों का परिचालन करने का निर्देश दिया गया था। इसके साथ ही विशेष सतर्कता बरती जा रही थी। शायद यही कारण है कि विस्फोट से ट्रेन को नुकसान नहीं हुआ। रेलवे ने गुरवार सुबह ट्रैक का मरम्मत कर परिचालन शुरू किया। पहली गाड़ी गया-धनबाद इंटरसीटी एक्सप्रेस को एमटी कोच बनाकर चलाई गई। यह गोमो स्टेशन पर सुबह 7 बजकर 25 मिनट पर पहंची। हावड़ा-नई दिल्ली रूट पर धनबाद-गया के बीच करीब सात घंटे तक रेल परिचालन बाधित हुआ। नक्सलियों ने 27 जनवरी को झारखंड-बिहार का आह्वन किया है। यह बंद भाकपा पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस और उनकी नक्सली प्रत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में बुलाई गई है। इसी दाैरान नक्सलियों ने चिचाकी और करमाबांध के बीच विस्फोट किया। विस्फोट के बाद नक्सलियों ने घटनास्थल पर पोस्टर भी छोड़ा है। इसमें प्रतिरोध दिवस को सफल बनाने की बात कही गई है। प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी का विरोध और जेल में इलाज की मांग को लेकर नक्सलियों ने झारखंड-बिहार बंद से पहले 21 से 26 जनवरी तक प्रतिरोध दिवस मनाया। इस दाैरान भी हिंसा किया। गिरिडीह जिले में मोबाइल टावर और पुल को उड़ाया था।