MP सरकार ने खाद संकट में मौके का फायदा उठाने वाले व्यापारियों पर लिया सख्त फैसला

मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभागों में खाद के संकट का व्यापारी जिस ढंग से फायदा कमाने में जुटे हैं, उस पर मध्य प्रदेश सरकार ने सख्ती करने का फैसला लिया है। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने गुरुवार को कहा कि जो खाद की कालाबाजारी में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) की कार्रवाई की जाएगी।

मध्य प्रदेश में खाद संकट को लेकर विपक्ष के लगातार बयानों को लेकर गृह मंत्री मिश्रा ने पलटवार किया कि आज तक पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने किसी भी समस्या का समाधान नहीं बताया है। उन्होंने कहा कि आज तक न तो कोरोना के लिए कभी उन्होंने कोई सुझाव दिया , न कोयला संकट पर उन्होंने सरकार को उससे निपटने के लिए बिंदु बताए और न ही खाद संकट पर आज तक कोई बात बताई कि सरकार को क्या करना चाहिए। मिश्रा ने तंज कसा कि वे लंबे समय तक केंद्र में मंत्री रहे हैं तो उन्हें जो अनुभव है उसके आधार पर समस्या के समाधान भी बताना चाहिए। उधर, खाद संकट के बाद भिंड में जहां एक निजी गोदाम में प्रशासन ने छापा मारकरसवा सौ से ज्यादा खाद की बोरियां पक़ड़ी हैं तो इंदौर में भी क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई कर व्यापारियों की कालाबाजारी पर एक्शन किया है।

14 दिन से चार दिन का कोयला बचने के बयान
गृह मंत्री मिश्रा ने कांग्रेस के बयानों पर चुटकी ली कि वे पिछले 14 दिन से कह रहे हैं कि चार दिन का कोयला बचा है। 14 दिन में चार दिन खत्म नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोयला संकट नहीं है। 50 हजार मजदूर दिन रात कोयले की खुदाई में लगे हैं। ऐसी बातें कांग्रेस के नेता ही करते हैं क्योंकि उन्हें अंधेरा प्रिय है।

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