रालोद के प्रदेश अध्यक्ष का इस्तीफा, जयंत चौधरी पर गंभीर आरोप
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने वाले राष्ट्रीय लोकदल को 21 मार्च को विधायक दल की बैठक से पहले बड़ा झटका लगा है। राष्ट्रीय लोकदल की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष डा. मसूद अहमद ने पार्टी के मुखिया जयंत चौधरी पर गंभीर आरोप लगाकर अपना इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश की राजनीति के बड़े चेहरे डा. मसूद अहमद ने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जयंत चौधरी को भेजे गए पत्र में विधानसभा चुनाव में टिकट बेचने के साथ दलितों और अल्पसंख्यकों की उपेक्षा का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि गठबंधन जीता हुआ चुनाव अपनी गलतियों से हारा। उन्होंने कहा कि गठबंधन में शामिल नेताओं की चुनाव में कोई मदद नहीं ली गई। उनका कोई उपयोग नहीं हुआ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डा. मसूद अहमद ने जयंत चौधरी पर पैसे देकर टिकट देने का आरोप लगाया है।उत्तर प्रदेश चुनाव में सपा गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा था। इस बार चुनाव में भले ही चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल की सीटे बढ़ी हों लेकिन गठबंधन बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाया। जिसके बाद से लगातार नेताओं की नाराजगी सामने आ रही है। पहले भी सपा गठबंधन में शामिल कई नेताओं की नाराजगी सामने आ चुकी है। जिसके बाद अब राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डा. मसूद अहमद ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले जयंत चौधरी की ओर से कई इकाइयों को भंग कर दिया गया था।समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में रालोद की 33 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिला था। इसमें आठ सीटों पर उसे विजय हासिल हुई थी। गढ़ माने जाने वाले बागपत में मात्र छपरौली सीट से ही उसे संतोष करना पड़ा था। बागपत और बड़ौत सीट भले ही पार्टी का गढ़ मानी जाती हो लेकिन यहां से पार्टी को मायूसी ही मिली थी। डा. मसूद का आरोप है कि प्रत्याशियों के चयन से नाराज कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की भीतरघात से पार्टी को 33 में से सिर्फ आठ सीट मिलीं