पेट में है दर्द, तो ऐसे जानें कि कहीं यह कोविड का लक्षण तो नहीं!
नई दिल्ली । शरीर का शायद कोई ऐसा अंग रह गया है जिस पर कोरोना वायरस प्रभाव नहीं डालता। यह वायरस, जो पहली बार साल 2019 में चीन के वुहान में पाया गया था, अब तक कई तरह के वैरिएंट्स का उत्पादन कर चुका है, जिनमें से 5 प्रकृति में आक्रामक हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उन्हें चिंता के रूप घोषित किया है। संक्रमण के समय या उसके फौरन बाद ही नहीं, बल्कि ठीक होने के महीनों बाद भी लोगों में कोरोना वायरस का असर देखा जा रहा है। शरीर में कोरोना वायरस के हमले का लक्षण इस बात पर निर्भर करता है कि मेज़बान की प्रतिरक्षा प्रणाली रोगजनक के प्रति कैसे प्रतिक्रिया करती है। बुख़ार, गले में ख़राश, नाक बहना जैसे समान्य लक्षण कोविड संक्रमण के होते हैं, हालांकि कुछ अन्य लक्षण हैं जो हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं। ऐसा ही एक लक्षण है पेट में दर्द। बुख़ार, गले में ख़राश और नाक बहने की तरह पेट दर्द भी कोविड का ही एक लक्षण है। हाल के एक अध्ययन से पता चला है कि टेस्ट में कोविड-19 पॉज़ीटिव पाए गए 5 में से एक व्यक्ति में एक न एक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण था, जैसे कि दस्त, उल्टी या पेट दर्द। वेबएमडी द्वारा की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अस्पताल में भर्ती लोगों में से 25.9% को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं थीं।मार्च 2020 के आसपास जब कोविड-19 बीमारी को वैश्विक महामारी घोषित किया गया था, तब फोर्ब्स द्वारा की गई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि पेट में दर्द और दस्त कोविड संक्रमण के पहले लक्षण हो सकते हैं। रिपोर्ट अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन का हवाला देती है। इस अध्ययन से जो एक बात पता चली वह यह कि जिन लोगों में कोविड के जठरांत्र संबंधी लक्षण दिखते हैं, उनमें बीमारी गंभीर मोड़ ले सकती है, यहां तक कि मौत का ख़तरा भी बढ़ जाता है।