मुझे लग रहा था कि मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है, बदला लेने का बीड़ा हम ही उठा लें : मुर्तजा
लखनऊ । गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर प्रांगण के बाहर पहरे पर बैठे सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी ने उत्तर प्रदेश एटीएस की पूछताछ में अपना गुनाह कुबूल कर लिया है। पूछताछ का वीडियो भी वायरल है, हालांकि दैनिक जागरण इसकी पुष्टि नहीं करता है। वायरल वीडियो में अहमद मुर्तजा अब्बासी ने कहा कि हमारे साथ गलत हो रहा है, मेरे दिमाग में बस यही जस्टिफिकेशन चल रहा था। इसी कारण उसने हमला किया। आइआइटी बॉम्बे से इंजीनियरिंग कर चुके आरोपित मुर्तजा ने वायरल वीडियो कह रहा है कि टैंपो पर चढ़े। हमने कहा गोरखनाथ मंदिर पर ही उतार देना। पुलिस है वहां उसी पर हम अपना काम कर देंगे। इस दौरान कुछ काम तमाम हो जाएगा मेरा। उसने कहा कि बहुत से एंगल से हम सोच रहे थे। सीएए व एनआरसी भी कर रहे हैं, हमारे साथ गलत हो रहा है। मेरे दिमाग में बस यही जस्टिफिकेशन चल रहा था। उसने कहा कि कोई काम करने के पहले आदमी उसका जस्टिफिकेशन भी तो खोजता है। कर्नाटक में भी मुसलमानों के साथ गलत हुआ। हमने सोचा कि किसी को तो करना होगा। कोई नहीं कर रहा है। तो हमने सोचा अब कर ही दो भाई। काफी दिमाग में डिप्रेशन था। वह नेपाल भी गया था, उसने कहा कि हम नेपाल में भी नहीं सो पाए थे। एटीएस की अब तक की जांच से पता चला है कि इंटरनेट के जरिए कथित तौर पर आतंक का पाठ पढ़ रहा मुर्तजा खुद को अल्लाह की राह में कुर्बान करने वाला बंदा समझने लगा था। मुर्तजा को लगता है कि दुनिया इस्लाम के पीछे पड़ी है और इस्लाम की दुश्मन हो गई है। ऐसे में अगर वह कुछ दुश्मनों को भी मार देगा, तो अल्लाह का प्यारा बंदा हो जाएगा। उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि पहले ही बताया जा चुका है कि गोरखनाथ मंदिर प्रांगण के बाहर पुलिसकर्मियों पर हमले की घटना एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। जो वीडियो आज सामने आया है उसको लेकर भी पुलिस जांच कर रही है। आरोपित जो भी तथ्य बता रहा है, उस पर भी कार्रवाई की जा रही है। उत्तर प्रदेश एटीएस की टीमें आरोपित से लगातार पूछताछ कर रही हैं। माना जा रहा है कि पीएसी के जवानों की एसएलआर राइफल छीनकर मुर्तजा उस दिन गोरखनाथ मंदिर में आए श्रद्धालुओं को निशाना बना सकता था। उसे इस बात का भी अंदाजा था कि इस घटना को अंजाम देते वक्त वह पुलिस की गोलियों का शिकार हो जाएगा, लेकिन वह इसे ‘शहादत’ मान रहा था। अफसरों ने जब मुर्तजा से पूछा कि वह एसएलआर राइफल चलाना जानता है, तो उसने कहा कि घर पर रखी एयर गन से उसने खूब निशाना लगाना सीखा है। मगर राइफल को लोड-अनलोड करना इंटरनेट पर ही सीखा है। मुर्तजा अहमद ने इंडो-नेपाल बॉर्डर पर ही दो बांका और चाकू खरीदे थे। रविवार दोपहर बाद वह वापस बस से गोरखपुर आया। इसके बाद मुर्तजा सीधे गोरखनाथ मंदिर पहुंचा और मंदिर के गेट पर ही पीएसी के जवान अनिल पासवान और गोविंद गौड़ पर हमला बोल दिया।गौरतलब है कि गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के दक्षिणी द्वार पर रविवार को मुर्तजा अहमद अब्बासी नामक शख्स ने धार्मिक नारे लगाते हुए मंदिर सुरक्षा में तैनात पीएसी के दो जवानों को धारदार हथियार से घायल कर दिया था। इस मामले में अब यूपी एटीएस जांच कर रही है।