40 की उम्र के बाद महिलाओं को किन बातों का रखना चाहिए ख़्याल

नई दिल्ली । आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी हमें ख़ुद का ख़्याल रखने का वक्त ही नहीं मिल पाता। खासतौर पर महिलाओं पर ऑफिस के काम के साथ घर की भी ज़िम्मेदारी होती है। जिसका असर शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से पड़ता है। यही वजह है कि महिलाओं को खासतौर पर 40 की हो जाने के बाद अपनी सेहत पर ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत हो जाती है, ताकि वे बढ़ती उम्र के साथ सेहतमंद रहें। तो आइए जानें कि एक्सपर्ट्स इस बारे में क्या राय देते हैं।गुरुग्राम के क्लाउडनाइन हॉस्पिटल में सीनियर कंसलटेंट-गायनेकोलॉजी, डॉ. रितु सेठी ने बताया कि महिलाओं को 40 की उम्र में सेहत से जुड़े कौन-कौन से टेस्ट करवाने चाहिए। 40 साल से ज़्यादा उम्र की महिलाओं के लिए प्रारंभिक अवस्था में ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने के लिए हर साल मैमोग्राम टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। हृदय की बीमारी में भी ऐसा ही होना चाहिए। हृदय की बीमारी कैल्शियम टेस्ट से पता चल सकती है। इससे पता चलता है कि कि क्या धमनियां सख्त होने लगी हैं और क्या एक महिला को लाइफस्टाइल और दवा में बदलाव की ज़रूरत होती है। 40 साल से ज़्यादा उम्र की महिलाओं को अपनी हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए अपने कैल्शियम और विटामिन-डी के सेवन को भी बढ़ावा देना चाहिए। किसी भी आंखो से सम्बंधित समस्याओं को ठीक करने के लिए नियमित रूप से आंखों की जांच भी की जानी चाहिए। एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और मिनिरल्स से भरपूर खानपान, जैसे कि फल और सब्जियां दृष्टि हानि को कम करने में मदद कर सकती हैं। 40 वर्ष की आयु के आसपास ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर और शरीर के वज़न की जांच करना चाहिए। जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं, हम कम लचीले होते जाते हैं। योग को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करने से लचीलेपन, ताकत, संतुलन आदि में सुधार करने में मदद मिल सकती है। जब मेटाबॉलिज्म 40 साल की आयु के आसपास धीमा हो जाता है, तो कम कैलोरी खाने से आपको बेहतर महसूस करने में मदद मिल सकती है।

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