शौर्य उत्सव में पुलिस की शान में अल्ताफ राजा की शानदार प्रस्तुति….

महोबा । ऐतिहासिक कीरत सागर में चल रहे नौ दिवसीय वीर भूमि महोबा बुंदेलखंड शौर्य उत्सव का देर रात समापन हो गया। समापन कार्यक्रम में बॉलीवुड सिंगर अल्ताफ राजा ने बेहतरीन नगमें और मोहब्बत से भरे अशआर सुनाकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। अल्ताफ राजा को सुनने के लिए हजारों की भीड़ कीरत सागर तट पर मौजूद रही। महोबा पुलिस के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम एक शाम खाकी के नाम में पहुंचे अल्ताफ राजा को देखने और सुनने के लिए पूरा मैदान खचाखच दर्शकों से भरा रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया है। “तुम तो ठहरे परदेसी“ गाने से रातों-रात बॉलीवुड में छा जाने वाले अल्ताफ राजा एक शाम खाकी के नाम कार्यक्रम में शामिल होने के लिए महोबा पहुंचे। दरअसल आपको बता दें कि महोबा में नाहर इंटरटेनमेंट आयोजक टीम सुनील नाहर, हिमांशु परमार, पत्रकार इरफान पठान, वियोगी शास्वत, मनोज कुमार द्वारा कीरत सागर तट पर नौ दिवसीय वीर भूमि महोबा बुंदेलखंड शौर्य उत्सव आयोजित किया गया था। जिसके समापन में महोबा पुलिस के सम्मान में एक शाम खाकी के नाम कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमे बॉलीवुड सिंगर अल्ताफ राजा के बेहतरीन गानों का लोगों ने लुफ्त उठाया। कार्यक्रम का समापन पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह द्वारा किया गया। सुबह 2ः30 बजे तक चले इस कार्यक्रम में बॉलीवुड सिंगर अल्ताफ राजा ने एक से बढ़कर एक गानों की प्रस्तुति अपने अंदाज में दी। जिसे सुनकर कार्यक्रम स्थल तालियों से गूंज उठा। इस मौके पर महोबा पुलिस में कार्यरत सब इंस्पेक्टर सुनील तिवारी और मनीष तिवारी सहित महिला कांस्टेबल वर्षा ने भी मंच से अपनी प्रस्तुति दी। जिसे सुनकर मौजूद पुलिस महकमे ने तालियां बजाकर उनका हौसला बढ़ाया।अल्ताफ राजा ने तुम तो ठहरे परदेसी गाने से कार्यक्रम में ऐसा समा बांधा कि दर्शक सुबह 2ः30 बजे तक कार्यक्रम स्थल में बैठे रहे। अल्ताफ राजा ने “एक रात ठहर जाए हम घर में तेरे लेकिन, छत पर न सुला देना हम नींद में चलते हैं“ गाकर बैठे युवाओं में जोश भर दिया। तो वहीं महोबा पुलिस के सम्मान में भी अल्ताफ राजा ने एक से बढ़कर एक फिल्मी नगमों की प्रस्तुति दी। “इश्क और प्यार का मजा लीजिए..थोड़ा इंतजार का मजा लीजिए“ गा कर संगीत के शौकीनों में अल्ताफ राजा ने जोश भर दिया। अल्ताफ राजा ने उनके द्वारा गाए सभी गानों को श्रंखला के तहत गाने गाये गए। जिसे सुनकर मौजूद दर्शकों ने जमकर वाहवाही की। उन्होंने “जा बेवफा जा हमें प्यार नहीं करना“….“तुम तो ठहरे परदेसी साथ क्या निभाओगे“….“पहले तो कभी-कभी गम था“…. “इश्क और प्यार का मजा लीजिए“….“दोनो ही मोहब्बत के जज्बात में जलते हैं“…. जैसे फिल्मी गाने गाये है। इस मौके पर अल्ताफ राजा ने कहा कि महोबा आकर उन्हें बहुत खुशी हो रही है। महोबावासियों के सामने कार्यक्रम करते हुए बहुत आनंद आया है। यहां के लोग अच्छी शायरी,असरार और संगीत समझते हैं। उसके लिए महोबा के लोगों को मुबारकबाद है। एक शाम खाकी के नाम कार्यक्रम को लेकर अल्ताफ राजा ने कहा कि साल में 365 दिन होते हैं जिसमे दीपावली, ईद, होली,क्रिसमस जैसे त्यौहार हम सब घर मे मानते है और पुलिस विभाग हमारी सुरक्षा में ड्यूटी करती है। ऐसे में उनके लिए भी कार्यक्रम होना चाहिए। उन्होंने एक अशआर कहा कि “मैं तो बुलबुल हूं मेरा काम है गाते रहना,भूल जाऊं तो मुझे याद दिलाते रहना..“ इस मौके पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह द्वारा नाहर इंटरटेनमेंट की प्रशंसा करते हुए शानदार कार्यक्रम के लिए बधाई दी वहीं अल्ताफ राजा को भी मोमेंटो देकर सम्मानित किया।

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