जानिए कोरोना का नया वैरिएंट कितना खतरनाक ? कितने देशों में मचाया हड़कंप

दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना के नए वैरिएंट ने दुनियाभर में हड़कंप मचा दी है। इस वैरिएंट की वजह से पिछले एक हफ्ते में ही दक्षिण अफ्रीका में 200 फीसद से ज्यादा मामले बढ़ गए हैं। कहा जा रहा है कि ये नया वैरिएंट डेल्टा से भी ज्यादा खतरनाक है। वैरिएंट के खतरे को देखते हुए कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका से आने वाली यात्रियों को प्रतिबंधित कर दिया है। विश्व स्वास्थ संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस वैरिएंट को ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ की कैटेगरी में रखा है।

दक्षिण अफ्रीका से भारत आए दो नागरिक डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित

बेंगलुरु के केंपगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दक्षिण अफ्रीका के दो नागरिकों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने पर हड़कंप मच गया। हालांकि, अभी इनके नए वैरिएंट ओमीक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में कमी आई है और सक्रिय मामले भी घटे हैं। बेंगलुरु ग्रामीण के उपायुक्त के. श्रीनिवास ने कहा कि इन दोनों के नमूने को आगे की जांच के लिए भेजे गए हैं जिसकी रिपोर्ट आने में 48 घंटे लगेंगे। उसके बाद ही पता चलेगा कि क्या ये ओमीक्रोन वैरिएंट से संक्रमित हैं या नहीं। तब तक के लिए इन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। हालांकि, देर रात समाचार एजेंसी एएनआइ ने श्रीनिवास के हवाले से कहा है कि दोनों लोगों के डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित होने की पुष्टि हो गई है।

इन देशों ने रोकी हैं फ्लाइट्स

नए कोविड-19 वेरिएंट ‘ओमीक्रोन’ की गंभीरता को देखते हुए अमेरिका, ब्राजील, कनाडा, यूरोपियन यूनियन, जापान, पाकिस्‍तान, बांग्‍लादेश, बहरीन जैसे देशों ने अफ्रीकी देशों और हांग कांग से आने वाली फ्लाइट्स को रद कर दी हैं। इजरायल में सभी विदेशी नागरिकों की प्रवेश पर रोक है। वहीं यूके में आने पर पीसीआर टेस्‍ट अनिवार्य है।

अभी तक इन देशों में मिला है ओमीक्रोन

साउथ अफ्रीका में सामने आने के बाद कुछ दिन बाद ही नया कोविड वेरिएंट यूरोप के कई देशों तक पहुंच गया है। इनमें बेल्जियम, बोत्‍सवाना, हांग कांग, ब्रिटेन, इजरायल, चेक रिपब्लिक, इटली, जर्मनी, नीदरलैंड्स शामिल हैं।

‘ओमीक्रोन’ को डिकोड करने में जुटे वैज्ञानिक

दुनिया भर के वैज्ञानिक नए कोविड-19 वेरिएंट ‘ओमीक्रोन’ को डिकोड करने में लगे हुए हैं। यूरोप, अमेरिका और अफ्रीका की लैब्‍स में टेस्‍ट किए जा रहे हैं ताकि यह समझा जा सके कि वैक्‍सीनेटेड लोगों पर यह वेरिएंट कैसा असर करता है। दक्षिण अफ्रीका में आउटब्रेक पर भी दुनिया की नजरें है जिससे यह पता चलेगा कि यह कितना ज्‍यादा संक्रामक है। कई देशों ने विदेशी यात्रा प्रतिबंध कर दिया है।

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